Article

दिल्ली के स्कूलों में बमों की ‘अफ़वाह’ पर आप ने लगाया भाजपा नेता पर आरोप

 02 May 2024

दिल्ली के स्कूलों में बमों की अफवाहों को लेकर भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के दो ट्वीट चर्चा का विषय बन चुके हैं। आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने तेजिंदर के विवादित ट्वीट को लेकर पुलिस से जाँच की माँग की है। इस ट्वीट में  तेजिंदर ने एक दिन पहले दिल्ली में बम विस्फ़ोट को लेकर ट्वीट किया था।


क्या है मामला

भाजपा नेता तजिंदर सिंह बग्गा ने मंगलवार को सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर दो ट्वीट किये थे। एक ट्वीट में बग्गा ने लिखा, ‘लावारिस वस्तु को न छुएं, इसमें बम हो सकता है।’ जबकि दूसरे ट्वीट में कांग्रेस के कार्यकाल की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के समय देश के हर हिस्से में बम ब्लास्ट होते थे। तजिंदर बग्गा के ट्वीट करने के एक दिन बाद ही बुधवार को सुबह दिल्ली के लगभग 100 स्कूलों में बमों के होने की अफ़वाह उडी। तजिंदर के ट्वीट पर आम आदमी पार्टी के अलावा भी कई एक्स यूज़र्स ने शक जताया है।

आम आदमी के नेता और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने तजिंदर के ट्वीट को लेकर ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कल रात भाजपा प्रवक्ता देश में सीरियल ब्लास्ट को लेकर बार-बार ड़रा रहे थे। और आज पूरी दिल्ली के स्कूलों में बमों को लेकर झूठी खबरें फ़ैलायी गयी है।” सौरभ भारद्वाज ने तजिंदर के ट्वीट को एक राजनीतिक मुद्दा बना लिया है। सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली पुलिस से माँग की है कि वह तजिंदर से ‘दिल्ली स्कूलों में बमों की अफ़वाह’ को लेकर पूछताछ करे।

तेजिंदर बग्गा ने सौरभ भारद्वाज पर ज़वाबी हमला करते हुए कहा, ‘केजरीवाल के नेता अपना मानसिक संतुलन खो चुके है, लेकिन अगर इत्तेफ़ाक की बात करे तो सबसे पहला शक तो आम आदमी पार्टी के नेताओं पर ही जाना चाहिये जो दिल्ली में आतंकी हमला कर चुके आतंकवादियों को अपना समर्थन दे चुके हैं, और एनकाउंटर को फर्ज़ी बता चुके हैं।



दिल्ली पुलिस ने क्या कहा

बुधवार को दिल्ली के लगभग 100 स्कूलों में एक ईमेल के जरिये सूचना दी गयी कि स्कूलों में बम विस्फ़ोट होने वाला है। जिसके बाद दिल्ली पुलिस मामले की जाँच में जुट गयी और तुरंत स्कूलों को खाली करा दिया गया। जिसके बाद पुलिस ने दिनभर जाँच करने के बाद ‘स्कूलों में बमों’ की सूचना को अफ़वाह बताया।

पुलिस ने कहा कि जिस ईमेल से स्कूलों को धमकी दी गयी थी, उसकी जाँच करने पर पता चला है कि सभी ईमेल रूस से भेजे गये थे। पुलिस ने शक जताया है कि ईमेल को भेजते वक़्त वीपीएन यानी प्राइवेट नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया है, ताकि ईमेल के सही लोकेशन के बारे में पता ना चल सके। पुलिस ने कहा कि ईमेल को भेजने का मक़सद सिर्फ़ दिल्ली में दहशत फ़ैलाना था। लेकिन दिल्ली पुलिस ने एहतियातन दिल्ली की भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सुरक्षा को बढ़ा दिया है।